हाल में ही CBSE ने स्कूलों और सिलेबस के लिए बड़ा फैसला लिया है. CBSE बोर्ड की मान्यता प्राप्त करने वाले सभी स्कूलों में प्री-प्राइमरी से 12वीं कक्षा के सभी छात्रों को अब से भारतीय भाषाओं का पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा. इस बात की जानकारी खुद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिये दी है.
CBSE के इस फैसले का उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने स्वागत किया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, अब स्कूल में पढ़ाई जाने वाली NCERT की किताबें भारत की क्षेत्रीय भाषाओं में मौदूज रहेगी. आपको जानकारी दे की, इस परियोजना का मकसद यह है कि देशभर के सभी छात्रों को उनकी ही क्षेत्रीय और मातृभाषा में शिक्षा उपलब्ध कराना है और भाषाओं महत्व बताना है. इन किताबों को भारत की 22 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध कराए जाने की योजना बनाई गई है. अब तक सिर्फ स्कूलों में इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई करवाई जाती थी.
CBSE–शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया ट्वीट
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर लिखा- अपने सभी विद्यालयों में बाल वाटिका से कक्षा 12वीं तक भारतीय भाषाओं में शिक्षा का विकल्प उपलब्ध कराने के लिए सीबीएसई को बधाई देता हूँ. NEP की परिकल्पना के अनुरूप यह विद्यालयों में भारतीय भाषा आधारित शिक्षा को बढ़ावा देगा शिक्षा में बेहतर outcomes की दिशा में यह एक अच्छी शुरुआत है.
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उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने किया ट्वीट
वहीं उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने ट्वीट कर लिखा- ‘केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में यह निश्चित ही ‘शिक्षा क्षेत्र में एक नए युग’ की शुरुआत है. धन सिंह रावत ने लिखा ‘इस सराहनीय कदम के लिए सीबीएसई को बधाई देता हूं. राष्ट्रीय शिक्षा नीति की परिकल्पना के अनुरूप, इससे बच्चों को भारतीय भाषा आधारित शिक्षा ग्रहण करने का अवसर प्राप्त होगा.